जो अच्छे नेता है , उन सबका अभिनन्दन है
उनको सौ-सौ बार नमन है ,मन प्राणों से वंदन है
लेकिन जो दौलत के भूखे , सत्ता के दीवाने है
सात समंदर पार , तिजोरी में ,जिनके मयखाने है
जिनकी प्यास महासागर है ,भूख हिमालय पर्वत है
लालच पूरा नील गगन है ,दो कौड़ी की इज्जत है
इनके कारण ही बनते है , अपराधी भोले - भाले
वीरप्पन पैदा करते है , नेता और पुलिस वाले
by= सुखराम आशर्मा
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