"""" ऐ खुदा इतनी जगह दे
मेरे दिल के आशियाने में
कि उसमे रख सकू मैं
अपनी मुस्कान को
चैन दू ,हर खुशी दू
हर गम अपने सिर ले लू
मुरझाने न पाए फूल
मेरे गुले गुलजार का
हर तमन्ना जवाँ हो
पूरी हो हर आरजू
छूटे न संग अपना
ये ही मेरी दुआ है
गर खता उससे हो जाए
माफ़ करना ऐ खुदा
आँखों में न आने देना आँसू
न दिल में कोई जख्म नया हो
डाल देना दामन में उसके
खुशियों कि नई सौगात
प्रेम का एक जज्बा जगाना
हो दिल में सभी के लिए प्यार
देना हो तो दे देना उसको
होठों पर एक नन्ही मुस्कान
उजड़े न फूल मेरी बगिया का
खुशियों के फूल बरसते रहना,,, ,,,,,
/////////////नरेन्द्र ////////////////
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें