ये नजारा है मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना कस्बे का जो अपने आप मे एक ख़ूबसूरती कि मिसाल है |मैं आपको यहाँ का वर्णन करने से पहले बता दू | कि यह क़स्बा आदिवासी जन-जाती के हित मे आता हें यहाँ के विधायक श्री प्रभुदयाल गेहलोत साहब है जो की काँग्रेस कमेटी से है और यह कई वर्षों से लगातार जीतते आ रहे है,जो की जोकि अपने आप मे एक इतिहास हें |

सैलाना की शुरुआत इस महल से होती है ,जो अपनी गाथा खुद गाता नजर आता है ,,जो एक तरफ खड़े यहाँ के राजदरबार से ही होती है |ये राजदरबार कई शताब्दी वर्ष पुराना है |यहाँ के राजा श्री ब्रिक्रम सिंह यहाँ का राजपाठ सँभालते थे |, यह महल रतलाम - बाँसवाड़ा मार्ग पर स्थित है |

सैलाना की शुरुआत इस महल से होती है ,जो अपनी गाथा खुद गाता नजर आता है ,,जो एक तरफ खड़े यहाँ के राजदरबार से ही होती है |ये राजदरबार कई शताब्दी वर्ष पुराना है |यहाँ के राजा श्री ब्रिक्रम सिंह यहाँ का राजपाठ सँभालते थे |, यह महल रतलाम - बाँसवाड़ा मार्ग पर स्थित है |
इस महल से महज ५ किलोमीटर कि दुरी पर अडवानिया ग्राम में केदारेश्वर नाम का एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है ,इस मंदिर का निर्माण रजा विक्रम सिंह के पूर्वजो ने करवाया था |इस मंदिर के सिर के ऊपर एक झरना बहता रहता है जो कि सावन के महीने में बड़ा ही सुंदरता का प्रतीक रहता है {यह एक भील आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण यहाँ प्रत्येक वर्ष मेले का आयोजन भी होता है |जो शिवरात्रि के मौके में लगता है

सिर्फ यही नहीं ,,इस महल के अंदर एक नायाब खूबसूरती का एक भण्डार भी है ,वह नजारा जो आपने बहुत ही कम या देखा ही ना हो जो कि पूरे एशियाई महाद्वीप के अन्दर प्रथम स्थान पर आने वाला केक्टस गार्डन जो की खूबसूरत की मिसाल है | इसके अन्दर सैकड़ो प्रकार कि कैक्टस कि किस्मे पाई जाती है | इसकी कई किस्मो को विदेशो में भेजा जाता है ,इससे अनेक प्रकार कि बीमारियों के इलाज के लिए दवाईया बनाई जाती है
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