मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

डॉ.भीमराव अम्बेडकर

सिंधराज परमारजय भिम जय मूलनिवासी साथियोअगर तुम एक सच्चे अंम्बेडकरवादी हो तो ईसे पुरा पढे एवं ज्यादा से ज्यादा सेयर करे !डॉ.भीमराव अम्बेडकर के बारे में ऐसे तथ्यजो छिपे हुएहै________________________________________(प्रो.एवं इतिहासकार श्रीमान TararamGautam सेमिली जानकारी का हिन्दी अनुवाद)कृपया अपना कीमती समय निकालकर डॉ. भीमरावअम्बेडकर बारे मेंछिपी बेशकीमती वास्तविकता को जानने का श्रमकरें....अम्बेडकर के महान कार्य :-एक भारतीय युवा के रूप में डॉ.भीमराव अम्बेडकरकी अधिकांश जानकारियों को साझा करते हुएख़ुशी और गर्व महसूस होता है |हमारे "आधुनिक भारत के संस्थापक और पिता" केबारेमें अज्ञात तथ्य -क्रांतिकारी डॉ .बाबासाहेब अम्बेडकर :-आप सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है की इसे पढ़ने केबाद आगे से आगे साझा (share) करे-1 . कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय इंग्लैंड2011(विश्वका शीर्ष विश्वविद्यालय) के अनुसारदुनिया का पहला प्रतिभाशाली केवल एक भारतीयव्यक्ति डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर है, जो इसविश्वविद्यालय में सबसे शीर्ष स्थान पर रहा.2 . प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार पाने वाले 6वेभारतीयअर्थशास्त्री प्रो. अमर्त्य सेन का दावा हैकि डॉ.बी. आर. अम्बेडकर अर्थशास्त्र में मेरे पिता है".3. भारत के प्रथम विधि/कानूनमंत्री बाबा साहेबडॉ. अम्बेडकर द्वारा भारतीय महिलाओं केउत्थानके लिए बनाया गया "हिंदू कोड बिल'' जबप्रधानमंत्री नेहरू द्वारा पारित न हो सका तबबाबा साहब अम्बेडकर ने पद से इस्तीफा देदिया |लेकिन यह दुर्भाग्य की बात रही महिलाओं का एकभी संगठन इसके लिए आगे आकर बात नहीं करसका |भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिएबाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर ने इसके लिए बहुतप्रयासकिया | तीन साल तक उन्होंने इस बिल को पारितकरवाने के लिए लड़ाई लड़ी, उन्होंने कहा की यहबिलभारतीय महिलाओं को गरिमा वापस दे रहा है ; औरलड़कों और लड़कियों को समान अधिकार देनेकी बात करता है |मगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी केनेतृत्व में सत्तारूढ़ पार्टी में कट्टरपंथियों ने इसबिलपारित होने की अनुमति नहीं दी |4- 1935 में गठित भारतीय रिजर्व बैंक(आर.बी.आई)का आधार बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अम्बेडकरद्वारा हिल्टन यंग कमीशन के समक्ष प्रस्तुतकिये गएविचारों के आधार पर किया गया था |5 . डॉ. अम्बेडकर दामोदर घाटी परियोजना ,हीराकुंड परियोजना , सूरजकुंड नदी-घाटी परियोजना के निर्माता थे | डा. अम्बेडकरकी अध्यक्षता में 1945 में इसे बहुउद्देशीयउपयोग केलिए महानदी के रूप में नियंत्रित कर के संभावितलाभ में निवेश करने का फैसला किया गया था,लेकिन अधिकांश नेतागण छिपे हुए थे और गलततरीकेसे बहुउद्देश्यीय नदी-घाटी परियोजनाओं केमाध्यमसे औद्योगीकरण के लिए नेहरू की गलतनीतियों का समर्थन करने के लिए उन्हें पूरी तरह सेजिम्मेदार ठहराया |6 . डा. अम्बेडकर ने अति-महत्वपूर्णआवश्यकताओं केरूप में "ग्रिड सिस्टम" पर बल दिया जो आजभी सफलतापूर्वक काम कर रहा है | आजबिजली इंजीनियर जो प्रशिक्षण के लिए विदेशजा रहे हैं, इनका श्रेय भी डॉ. अंबेडकरको ही जाता है, जिन्होंने श्रम विभाग के एकनेता के रूप में विदेशों में प्रशिक्षित सबसे अच्छेइंजीनियरों के लिए नीति तैयार की है |7 . मजदूरों के मुक्तिदाता- डॉ. अम्बेडकर नेभारत मेंमजदूरों के लिए 8 घंटों का कार्य निर्धारण करश्रमिकों के लिए एक प्रकाशपुंज बन गये, 1942से पूर्वसे 12 घंटे के रूप में चला आ रहा समय बदल कर 8घंटे करदिया गया |8. डॉ. अम्बेडकर ने बिजली उत्पादन और थर्मलपावरस्टेशन की जांच पड़ताल की समस्या का विश्लेषणकरने, बिजली प्रणाली के विकास, जलविद्युतस्टेशन,साइटों, हाइड्रो इलेक्ट्रिक सर्वे के लिए केन्द्रीयतकनीकी विद्युत बोर्ड (CTPB)की स्थापना की.9. डॉ. अम्बेडकर ने मार्च 1944 केन्द्रीय जलसिंचाईऔर नेविगेशन आयोग (CWINC)की स्थापना की.हमारे घर आज रौशनी से प्रदीप्त और हमारेखेतों मेंहरियाली के रूप में फसले लहलहाती नजर आ रही हैतो इसकी वजह डॉ. अम्बेडकर की सुनियोजित वतारकीय परियोजनाओं के रूप में भूमिका रही है |आज भारत की अर्थव्यवस्था का एकबड़ा हिस्सा इसी पर टिका हुआ है |10-इस तरह भारत में जल प्रबंधन और विकासके रूप मेंएक ऐसी अवधारणा है , तो इसका श्रेय डा.अंबेडकरकी चतुरता को जाता है, जिसने अपनी चतुरता सेप्राकृतिक संसाधनों के लिए भारत की सेवा रही हैं |11- यह बाबा साहब डॉ. अम्बेडकरही दूरदृष्टि थी वरन आज भारत मेंबिजली की आपूर्ति से सिंचाई और अन्य विकासकार्यो से देश की इसस्थिति की कल्पना भी नहीं कर सकते |12- जब द्वितीय विश्व युद्ध समाप्तहो गया तबकृषि, उद्योगों के विकास, पुनर्वास औररक्षा सेवाओं की तैनाती में सुधार सहितअर्थव्यवस्था में फिर से सुधार करने के रूप मेंभारतको कई चुनौतियों का सामना करना था |को कई चुनौतियों का सामना करना था |ऐसी विकट स्थिति में पुनर्निर्माणसमिति (आरसीसी) का गठन किया और और डॉ.अम्बेडकर को ही इस समिति के अध्यक्षकी भूमिका सौंपी गई |13 डॉ. अम्बेडकर उत्तरी और दक्षिणी राज्यों मेंमध्यप्रदेश के विभाजन का सुझाव दिया था.उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के विभाजन से इनदोनों राज्यों के लिए बेहतर विकास होगा | 1955सेराजधानियों के रूप में पटना और रांची दो भागों मेंविभाजित का सुझाव दिया था |मगर लगभग 45 साल के बाद वर्ष 2000 मेंदोनों राज्यों विभाजित किया गया और छत्तीसगढ़और झारखंड का गठन किया गया.14. डॉ. अम्बेडकर ही "भारत में महिलाओं केअधिकारों के चैंपियन" है |उन्होंने भारतीय महिलाओं की मुक्ति औरसशक्तिकरण के लिए लम्बे समय तक कठिनसंघर्षकिया और मजदूरों के लिए और भी कई कानून बनायेगये. जैसे:-*श्रम कल्याण निधि* महंगाई भत्ते* ई.एस.आई.* भविष्य निधि अधिनियम* महिला और बाल श्रम संरक्षण अधिनियम(महिलाओं के श्रम बिल के लिए)* मातृत्व लाभ* तलाक अधिनियम* संपत्ति के अधिकार* दिहाड़ी-श्रमिकोंको अवकाश लाभ .*कर्मचारियों के लिए वेतनमान में संशोधन.*खानों में भूमिगत कामकाजी महिलाओं पर प्रतिबंधव पुनरुद्धार.15. डॉ. अम्बेडकर ने भारत में रोजगारकार्यालय'की स्थापना सहित कई श्रम सुधारों के बारे में लानेमेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी..16 . डॉ. अम्बेडकर के अलावा अन्य कोईव्यक्ति नहीं था, जिसने संविधान में हर पांच सालमेंएक वित्त आयोग के लिए प्रावधान शुरू किया हो |17 . भारत के सभी तेरह वित्त आयोग की रिपोर्टकेलिए संदर्भ का मूल स्रोत सदा ही डॉ. अम्बेडकरकी पी.एच.डी. के थीसिस- " भारत में अंग्रेजों केप्रांतीय वित्त विकास" आधार रहा है |18 . डॉ. अम्बेडकर ही सम्पूर्ण दक्षिणएशिया मेंअर्थशास्त्र में पहले पी.एच.डी. औरअर्थशास्त्र में डबलडॉक्टरेट करने वाले पहले महापुरुष है |19 . डा. अम्बेडकर* भारत के पहले कानून मंत्री .* मात्र एक भारतीय जिसकी तस्वीर लंदन केसंग्रहालय में "कार्ल मार्क्स" के साथ है .* भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार .* भारत के सबसे बड़े एवं प्रतिभाशाली वकील .* पहले आदमी जिन्होंने इंदिरा गांधी की "चालाकऔर मौसमी राजनेतागिरी" के बारे में खुले तौर परविरोध किया हो |* भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दुश्मन और मुख्यप्रतिद्वंदी |* सार्वजनिक रूप में हिन्दू धर्म का "अमानवीय वबेवकूफ-पुराण "मनुस्मृति" नामक पुस्तक को जलानेवाले पहले महापुरुष |* भारतीय मूल बौद्ध धम्म क्रांति के नायक औरभारतमें धार्मिक पुनर्जागरणवादी नेता |* लाखों पीड़ितों के पिता.* राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया अशोकस्तम्भ जो शेर के रूप मेंजाना जाता है,तथा भारतीयराष्ट्रीय ध्वज में धम्म का पहिया (चक्र),जो दोनों सारनाथ में एक अशोक स्तंभ के रूप है,इनका श्रेय भी अम्बेडकर को ही दिया जाता है |* पहले भारतीय जो अर्थशास्त्र में एस.सी.स्नातककी उपाधि प्राप्त है.* डॉ. अम्बेडकर को सी.एन.एन., आई.बी.एन.,हिस्टरी टीवी., एवं चैनल18 द्वारा "सबसे महानभारतीय" के रूप में घोषित किया गया है |* 1908 में भारत में दलित वर्ग से 10वीं मैट्रिकपरीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रथम व्यक्ति है,गौरतलबहै की भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में उसज़माने के सबसे प्रतिभाशाली विद्यार्थी को 750मेंसे सिर्फ 282 अंक मिले |क्या यहजातिवादी घटिया मानसिकता नहीं कही जा सकती है ?* 1912 में बी.ए. राजनीति और अर्थशास्त्रबंबईविश्वविद्यालय |* 1915 में अमेरिका से एम. ए. अर्थशास्त्र मेंअपने शोध"प्राचीन भारतीय वाणिज्य" में |* पीएचडी (ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्तविकासअर्थशास्त्र ) 1917 मेंकोलंबिया विश्वविद्यालय ,अमेरिका में -* DSC - ( थीसिस - रुपया की समस्या )1920 मेंलंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स |* लंदन में 1924 में ग्रेज से कानून में बार .* LLD - ( ऑनर्स )कोलंबिया विश्वविद्यालय ,न्यूयॉर्क ,अपनी उपलब्धियों , नेतृत्व और संलेखन ( भारतका संविधान का )के लिए |* डी. लिट - उस्मानिया विश्वविद्यालयद्वारा सम्मानित भी.* एम.एस.सी. लंदन* राजनीतिक-अर्थशास्त्र जर्मनी .* अर्थशास्त्र में पहला पी.एच.डी. महामानवऔरअर्थशास्त्र में प्रथम डबल डॉक्टरेट भी |महानतम डॉ. भीमराव अम्बेडकर* संवैधानिज्ञ* क्रांतिकारी* बोधिसत्व* एक सांसद* अर्थशास्त्री* समाजशास्त्री* महान राजनीतिज्ञ* भारतीय विधिवेत्ता* बौद्ध कार्यकर्ता* दार्शनिक* विचारक* मानवविज्ञानी* इतिहासकार* वक्ता* विपुल लेखक*आधुनिक भारत के महानतम समाज सुधारक औरसच्चेमहानायक,लेकिन "भारतीय जातिवादी-मानसिकता" सेसदा ही इस महापुरुष की उपेक्षा ही की गई |बड़े ही दुर्भाग्य की बात रही है की भारत मेंहमेशा सेही एक विशेष व उच्च वर्ग के नेता और उनकेकार्यों को स्कूल-कालेजों की बहुत सी किताबें मेंऔर अन्य माध्यम से पढाया जाता है,एक युवा सामाजिक कायँकर सिंधराज परमार ,,whatsapp 9913439848

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