कठिन नहीं है शुद्ध हिन्दी - 14० ० ०इस भाग में हम अरबी और फ़ारसी के उन शब्दों को देखेंगे, जो ज़्यादा प्रचलित हैं और जो नुक़्ते वाले या बिना नुक़्ते के क, ख, ग, ज और फ वाले हैं। कुछ शब्दों का प्रचलन भोजपुरी में इस तरह है कि कभी लगता ही नहीं कि वे विदेशी शब्द हैं। 'बख़रा' एक ऐसा ही शब्द है, जिसका अर्थ हिस्सा होता है। हमअपने विषय पर वापस आते हैं।क़ वाले कुछ शब्द - आक़ा, अहमक़, अशफ़ाक़, क़रीना, बाक़ी, बुर्क़ा, इंतिक़ाल, इक़रार, शौक़, औक़ात, इक़बाल (तेज, प्रताप, स्वीकृत), हक़ीक़ी, तरक़्क़ी, तहक़ीक़, हक़, तक़दीर, तक़ाज़ा, हुक़ूक़, क़ुसूर, बेक़रार, बंदूक़, हिक़ारत, लक़वा, रक़म, रक़ीब, लियाक़त, सबक़, मुक़ाम, सादिक़, तरीक़ा, वाक़ई, वाक़या, मक़बरा, ताक़, सलीक़ा, वाक़िफ़, मक़बूल, क़ायदा, मुक़दमा, क़तई, क़ालीन, क़लम, क़ाश्त, माशूक़ा, माशूक़, क़ुव्वत, क़ायल, क़सम, नुक़्ता, मुताबिक़, नुक़्सान, मुलाक़ात, क़द, क़ैसर, मक़सद, नक़द, क़र्ज़, क़ुरबान, नक़ली, क़ुदरत, क़लगी, क़रीब, नक़्शा, क़बीला, क़ुबूल, तलाक़, क़ब्र, क़ब्ज़, क़ीमा, क़ब्ज़ा, नक़्क़ाल, नालायक़, क़ौम, क़ैदी, क़ायम, क़यामत, नक़ाब, क़ैदर, क़ुर्क़, तरीक़ा, सन्दूक़ आदि। इनमें क का प्रयोग न करके क़ होना चाहिए।कुछ शब्द जिनमें क़ की जगह क है- चालाक, दुकान, किताब, कातिब, कारखाना, कारगर, कारीगर, मुल्क, किफ़ायत, कुफ़्र, कलाम, शरीक, शिकन, मुवक्किल, काफिर, कारतूस, मिल्कियत, शिरकत, नाकारा, कफ़न, सुकून, किशमिश, कारवाँ, नमकहराम, नेक, ऐनक, किरदार, करिश्मा, किसान, कशिश, कामयाबी, यकायक, करीम, कसरत, काफूर, शिकार, नामुमकिन, काहिल, अकबर, इनकार, बहकावा, बरकत, तैराकी, हुकुम, हुकूमत, तरकीब, बिल्कुल, पाक, तसकीन, इनकार, कमबख़्त, कमसिन, कमज़ोर, कंगाल, कोताही, कोतवाल, कोफ़्त, कोशिश, मालिक, कोहराम, कीमियागर, कैफियत, कमसिन, बेबाक आदि।काश्त और कलम जैसे अनेक शब्द दोनों रूपों में मिलते हैं। शक का अर्थ संदेह है, शक़ का फटा हुआ या विदीर्ण।ख़ वाले कुछ शब्द- ख़राश, ख़राब, ख़र्राटा, ख़ातिर, ख़र्च, ख़ुर्रम, ख़रगोश, ख़रीद, खूँख़ार, ख़ू(स्वभाव, आदत, प्रकृति), ख़ूनी, ख़ौफ़, ख़रीफ़, ख़ज़ाना, ख़ुश्क, ख़ाका, ख़ालिस, ख़ामोश, ख़ाना (भोजन वाला नहीं), ख़ानदान, ख़बर, ख़ातून, ख़ादिम, ख़ारिज, ख़ेमा, ख़ास, ख़ासियत, ख़बर, ख़त्म, ख़ैर, ख़ैरात, ख़िलाफ़, तख़्त, पुख़्ता, ख़फ़ा, ख़तरनाक, ख़तरा, अख़बार, ख़िताब, इख़्तियार, ख़ुशहाल, ख़्याल, इन्तिख़ाब (चुनाव, इलेक्शन), बुख़ार ख़त, ख़ून, ख़ुशी, ख़्वाब, तारीख़, ख़ुदा, तख़ल्लुस, आख़िर, आख़िरत, बख़ूबी, दाख़िला, दाख़िल, मुख़्तार, शख़्स, दरख़्त, नाख़ून, मुख़्तलिफ, सख़्त, सुर्ख़, शाख़, रुख़, रुख़सार, दोजख़ (नरक), ज़ख़्म, रुख़्सत, दरख़्वास्त, ख़ाली, रुख़ आदि।ख वाले कुछ शब्द- बरखुरदार, आँख, खाता, खाज, सूराख, खुरदरा, खजूर आदि।आखिर और आख़िर जैसे अनेक शब्द दोनों रूपों में प्रचलित हैं।ग़ वाले कुछ शब्द - ग़रीब, आग़ाज़, बाग़ (उद्यान, उपवन), आग़ोश, बाग़बान, चिराग़, पैग़ाम, बाग़ी, चुग़ली, तमग़ा, बग़ावत, बग़ैर, बलग़म, तेग़, दाग़, दग़ा, ग़ज़ब, ग़ुल, दिमाग़, मशग़ूल, सुराग़, ग़म, शग़ल, नाग़ा, रौग़न, ग़ौर, सौग़ात, ग़ाफ़िल, ग़ालिब, ग़बन, ग़दर, ग़ज़ल, ग़ुबार, ग़ायब, ग़ुस्लखाना, मग़ज, ग़ुलाम, ग़लत, वरग़ालना, ग़ुरूर, बालिग़ आदि।ग वाले कुछ शब्द- गर्दिश, गरम, गिरोह, गिरेबाँ, गुज़रना, गुफ़्तगू, गश्त, गुलदस्ता, गुलाब, गुमनाम, गुनाह, गुनहगार, गुंजाइश, गंदगी, गोश्त, गवाह, दरगाह, सादगी, दंग, दंगा, गारा, निगाह, गाह, शगूफा, गुर, गुज़ारिश, हंगामा, गिरामी, अँगूठा, अँगुली, तंग, गर्म, बन्दरगाह, बेगार, बेगाना, अंगूर, अंग्रेज़ी आदि। इनमें ग़ नहीं है।ज़ वाले कुछ शब्द - अर्ज़ (कीमत, मूल्य), इज़ाफ़ा, इज़हार, इल्ज़ाम, अंदाज़, अफ़रोज़, हाज़िर, हज़रत, हुज़ूर, आरज़ू, आज़ाद, औज़ार, एवज़, बज़्म, नज़र, तमीज़, बाज़ू, बाज़ी, बाज़, बाज़ार, तंज़ीम, जायज़, जाँबाज़, बेनज़ीर, पाज़ेब, बुज़दिल, तहज़ीब, ताज़गी, जिल्दसाज़, मिज़ाज, पुर्ज़ा, तेज़, बुज़ुर्ग, बदहज़मी, बदज़ात, जनाज़ा, जहाज़, परहेज़, मंज़र, परवाज़, मंज़िल, ताज़ा, लाज़िम, लज़्ज़त, लज़ीज़, अज़ीज़, अज़ीम, आजिज़, हैज़ा, दर्ज़ी, ज़्यादा, मुंतज़िम, ज़मींदोज़, मंज़ूर, नाज़, मोज़ा, दरवाज़ा, मज़हब, ज़हरीला, नज़्म, ज़ेवर, मुहाफिज़, ज़र, ज़रा, ज़र्रा, मर्ज़, महज़, नज़दीक, ज़ैतून, ज़र्द, नाचीज़, चीज़, ज़ायका, वुज़ू, वज़ीर, वज़न, रज़्म, ज़रूरी, ज़िकर, ज़हर, ज़िला, ज़ब्त, रोज़ी, मुलाज़िम, ज़िल्लत, सुज़ाक, नज़राना, ज़हमत, मालगुज़ारी, रियाज़, मालगुज़ारी,मौज़ा, ज़िम्मा, साज़िश, मेज़बान, साज़, रेज़गारी, ज़हीन, मौज़ूँ, मज़दूर, मिज़ाज, मंज़र, ज़ंजीर, मज़मून, मज़ार, ज़िद्द, मज़बूत, ज़ंग (मोरचा, भोजपुरी में मुर्चा, लोहे का ऑक्साइड), ज़ाहिर, ज़ुल्म, मज़ा, ज़मीन, ज़ुकाम, ज़मीन, ज़मानत, नासाज़, ज़बानी, ज़िन्दगी, इजाज़त, ज़रूरयात, पाकीज़ा आदि।ज वाले शब्द - अजगर, उजरत, अंजुमन, जादू, जादूगर, जुदा, अनजान, ईजाद, बजाए, जानी, बिजली, तरजीह, बाजा, तर्जुमा, जाम, तिजारत, जागीर, हाजी, हाजत, जायदाद, लाजवाब, जानवर, जाहिल, जुराब, जुर्म, जश्न, जिगर, जल्लाद, जमात, जुलूस, जमा, जमाना, जुंबिश, जुमला, जंजाल, जंग (लड़ाई), जंगल, जन्नत, जुनून, नुजूम, नजूमी, हुजूम, जोरू, जवाहर, जोर, जोश, जूही, जौहर, जिहाद, जहन्नुम, जुबान, हर्ज, दर्जा, शजर, मजबूर, अजूबा, मौजूद, रंज, सूजी, इलाज, मजीद, अजीब, हिज्र, बावजूद, मुजरिम, मस्जिद आदि।जलील का अर्थ पूज्य है, तो ज़लील का अर्थ तुच्छ, नीच, अपमानित है। बाज का अर्थ बिना, घोड़ा आदि है; जबकि बाज़ एक शिकारी पक्षी है। तेज का अर्थ चमक, प्रताप, गर्मी आदि है और तेज़ का अर्थ तीखा, उग्र, प्रचंड आदि है। तेज़ फ़ारसी का शब्द है।फ वाले कुछ शब्द - इत्तिफ़ाक़, आफ़त, इफ़रात, आफ़ताब, अफ़सर, अशरफ़ (भद्र, बहुत शरीफ़), इस्तीफ़ा, अफ़ग़ान (अफ़ग़ानिस्तान का रोमन रूप Afghanistan याद करें; नुक़्ते के बिना Aphganistan हो जाएगा), उलफ़त, अफ़वाह, असफ़ल (नीच, अधम), अफ़ीम, अशर्फ़ी, इंसाफ़, फ़न (कला), तौफ़ीक़, जफ़ा, हर्फ़, तक्कलुफ़, तोहफ़ा, तारीफ़, तफ़सील, फ़रोश, हिफ़ाज़त, तरफ़, बर्फ़, हैफ़ (बहुप्रचलित अरबी शब्द, जिसे प्रायः हैफ या हैप भी कहते हैं; अर्थ - अफ़सोस, हाय), फ़ीता, फ़िरोज़, फ़ैसला, लफ़्फ़ाज़, फ़ैज़, लिफ़ाफ़ा, फ़ौरन, फ़ौलाद, फ़ीसद, फ़र्क़, फ़िरक़ा, फ़रमान, फ़ितरत, फ़ितूर, फ़िदा, फ़िरंगी, फ़रोख़्त, फ़िलहाल, फ़रेब, फ़साना, फ़िजा, फ़सल, फ़ुज़ूल, फ़क़त, फ़िक़रा, फ़लसफ़ा, फ़ना, फ़ौज, फ़ासला, फ़ालतू, फ़ायदा, फ़ानूस, फ़रार, फ़रामोश, फ़िराक़, फ़र्ज़ी, फ़तेह, तूफ़ान, फ़र्श, साफ़, फ़रिश्ता, सफ़ाई, मुफ़लिल, सिर्फ़, सिफ़र, फ़ारस, शराफ़त, ज़फ़ा, वज़ीफ़ा, सिफ़ारिश, ज़फ़ा, सैफ़ (गर्मी), मुफ़ीद, वफ़ा, सफ़र, सफ़ेद, दफ़्तर, दफ़्ती, मसरूफ़, दफ़न, रदीफ़, मुफ़्त, रफ़ू, रफ़्तार, रफ़ी (उच्च, श्रेष्ठ, उत्तम), लुत्फ़, रफ़ीक़ (मित्र, सहायक), नावाक़िफ़, सरफ़रोश, इरफ़ान आदि।कुछ ऐसे शब्द, जिनमें फ़ की फ होना चाहिए - फाँसी, फुर्ती, फिर आदि।रफी का अर्थ कालिख है, रफ़ी का श्रेष्ठ।इनमें कुछ ऐसे शब्द भी आ गए होंगे, जो अरबी या फ़ारसी के नहीं होंगे। हम शब्दकोश की तरह शब्दोंको सजा नहीं पाए हैं, इसका अफ़सोस है। नुक़्ते का प्रयोग जिस मूल शब्द में किया गया है, उससे जुड़े शब्द में भी नुक़्ता होगा, जैसे ज़्यादा या ज़ियादा से जुड़े ज़ियादती, ज़िन्दा से जुड़े ज़िन्दादिल, ज़िन्दगी, ज़िन्दादिली आदि में। यह बात मूल शब्द के नुक़्ते वाले अक्षर के लिए सही है। ठीक इसी तरह जिस मूल शब्द में नुक़्ता नहीं है, उससे बना शब्द भी नुक़्ता के बिना होगा, जैसे जुर्म से बने मुजरिम, मुजरिमाना आदि में ज में नुक़्ता नहीं है।० ० ०जारी...
अच्छी प्रस्तुति!
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