बुधवार, 11 नवंबर 2015

वह सिर्फ ब्राह्मण था

अगर हिन्दू लोग दलितों को भी हिन्दू मानते है तो ये सौतेला व्यवहार क्यों ? दलित हिन्दू नहीं है। ब्राह्मणों का हिन्दू धर्म दलितों को गुलाम बनाता है।  ब्राह्मण और ब्राह्मणों का बनाया हिन्दू धर्म गुलामी का एक पिंजरा है। दलितों को हिन्दू कहने वाले इन तथ्यों को पढ़े।
��जाति बनाने वाले वाले हिन्दू ��ब्राह्मण है।
��जातिगत भेदभाव निर्माण करने वाले हिन्दू ब्राह्मण है। ��
��बहुजनो के खिलाफ षड़यंत्र रच उनके खिलाफ विधान लिखने वाला मनु ��ब्राह्मण हिन्दू था।
��संत रविदास के हत्यारे हिन्दू ब्राह्मण थे। ��
��संत कबीर का मजाक बनाने वाले हिन्दू ब्राह्मण ही थे।
��बहुजनो के बुद्ध धम्म को ख़त्म करने वाले हिन्दू थे।
��बौद्ध राजा बृहद्रथ मौर्या की हत्या करने वाला पुष्यमित्र शुंग���� हिन्दू था।
��एक बौद्ध भिक्षु के सर के बदले 100 स्वर्ण मुद्राए देने वाला पातंजलि और उसका चेला पुष्यमित्र शुंग हिन्दू थे।
��बहुजनो के गले में हांड़ी और पीछे झाड़ू लटकाने वाले हिन्दू थे।
��बहुजनो को अछूत कह दुत्कारने वाले हिन्दू थे।
��शुद्र और नारी को सिर्फ ताड़ने का अधिकारी बताने वाला तुलसीदास ब्राह्मण हिन्दू था।
��शुद्र ऋषि शम्भुक् की हत्या करने वाला राम हिन्दू था।
��महान धनुर्धर भील बालक एकलव्य का अंगूठा मांगने वाला द्रोणाचार्य ब्राह्मण हिन्दू था।
��शिवाजी महाराज का राजतिलक पाँव के अंगूठे से करने वाला ब्राह्मण हिन्दू था।
��शाहू जी महाराज को शुद्र कह अपमानित करने वाला ब्राह्मण हिन्दू था।
��देश की गुलामी के समय शुद्रो को हथियार ना उठाने का ज्ञान देने वाले ब्राह्मण हिन्दू थे।
��शुद्रो द्वारा ज्ञान प्राप्ति को और धन संचय को गलत ठहराने वाले सब उच्च जातीय हिन्दू थे।
��राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले को अपमानित करने वाले सब हिन्दू थे।
��बहुजन शिक्षा की देवी माता सावित्रीबाई फुले पर गोबर फेंकने वाले सब उच्च जातीय हिन्दू थे।
��नारी शिक्षा के विरोधी हिन्दू ब्राह्मण थे।
��1857 की क्रांति के जनक मातादीन भंगी को बन्दुक की बट से मारने वाला नशेड़ी मंगल पाण्डे ब्राह्मण हिन्दू ही था।
��अछूतो के हाथ का खाना ना खाने की सलाह देने वाला मूलशंकर ब्राह्मण उर्फ़ दयानंद सरस्वती हिन्दू ही था।
��बाबा साहब द्वारा बहुजन हितों के लिए लड़ी जा रही लड़ाई में हर कदम पर रोड़ा अटकाने वाले सब हिन्दू थे।
��अछूतो के मताधिकार का विरोध करने वाले सब उच्च जातीय हिन्दू थे।
��तेली, तमोली और कुनभट लोगो के राजनितिक अधिकारो का मजाक उड़ाने वाला तिलक�� ब्राह्मण हिन्दू था।
��अछूतो को हरिजन और गिरिजन कहकर गाली देने वाला बनिया मोहनदास गांधी �� हिन्दू था।
��गोलमेज सम्मलेन में अछूतो के अधिकारो का विरोध करने वाला गांधी�� बनिया हिन्दू था।
��कम्युनल अवार्ड के विरोध में मरण व्रत करने वाला गांधी�� हिन्दू था।
��बाबा साहब पर हमले करने वाले सब हिन्दू थे।
��महाड़ तालाब सत्याग्रह के दौरान बाबा साहब को जान से मारने की कोशिस करने वाले सब उच्च जातीय हिन्दू ही थे।
��कालाराम मंदिर सत्याग्रह के दौरान बाबा साहब पर पत्थर बरसाने वाले सब पंडित पुजारी हिन्दू थे।
��बड़ोदा में बाबा साहब को पानी ना पिने देने वाले सब ब्राह्मण हिन्दू थे।
��संविधान सभा में बाबा साहब के आने का विरोध करने वाले सब उच्च जातीय हिन्दू थे।
��साहब कांशीराम का विरोध करने वाले सब हिन्दू थे।
��दुलिना गाव में बहुजन समाज के 9 लोग जिनमे एक 10 साल का बच्चा भी शामिल था को जिन्दा जलाने वाले सब आर्य समाजी ��हिन्दू ही थे।
��BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा गुलाम है। इसके लिए जिम्मेदार सब उच्च जातीय हिन्दू ही है।
�� UNO की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर 18वे मिनट एक दलित का उत्पीड़न होता है। ये सब उत्पीड़न उच्च जातीय हिन्दू ही करते है।
��अछूतो का मंदिर में घुसने का विरोध करने वाला शंकराचार्य ब्राह्मण हिन्दू है।
��हिमाचल प्रदेश के एक मंदिर के बाहर "अछूत मंदिर में प्रवेश ना करे" का बोर्ड लगाने वाले सब पण्डे हिन्दू ही है।
��गांधी नेहरू को हीरो बनाने वाले और आंबेडकर को कोसने वाले सब हिन्दू ही है।
��बहुजनो के प्रतिनिधित्व और आरक्षण के विरोधी�� सब उच्च जातीय हिन्दू�� ही है।
.................जारी है।
बहुजनो।। एक बनो।। ब्राह्मणवाद को लात मारो। और लात मारो ऐसे धर्म को जो तुम्हे इंसान ना समझता हो। गुलामी को तोड़ो।। गुलामी की जड़ को नष्ट करो।। बाबा साहब को जानो।। बाबा साहब की मानो।।

जय भीम। जय भारत। जय मूलनिवासी

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