सोमवार, 1 फ़रवरी 2016

कठिन नही है शुद्ध हिंदी-भाग-55

चर्चा (फ़ारसी) उर्दू में पुलिंग है, लेकिन हिन्दी में स्त्रीलिंग। कलम उर्दू (अरबी) में पुलिंग है, लेकिन हिन्दी में स्त्रीलिंग। फ़ारसी और अरबी के शब्द हिन्दी में उर्दू के माध्यम से आए हैं। इन शब्दों के हिन्दी में प्रायः वही लिंग हैं, जो उर्दू ने स्वीकार किए हैं। इसके बहुत कम अपवाद हैं।इस भाग में हम हिन्दी के उन शब्दों के लिंग पर बात करेंगे, जो अरबी और फ़ारसी से हिन्दी में आए हैं।जिन शब्दों के अंत में 'इश' है, वे स्त्रीलिंग हैं, जैसे आजमाइश, पैदाइश, ख्वाहिश, कोशिश, नालिश, नुमाइश, परवरिश, मालिश, सिफारिश, साजिश, फरमाइश, गुजारिश, गुंजाइश आदि।आर, आन, आब, बन्द, बान, दान, वान, वाँ, कार, इस्तान (स्थानवाचक शब्दों में) आदि से समाप्त होने वाले शब्द प्रायः पुलिंग होते हैं। उदाहरण के लिए बाजार, इकरार, इश्तिहार, इनकार, इन्तज़ार, परवरदिगार, हक़दार,रोज़गार, अखबार, मकान, सामान, इम्तहान, इतमीनान, अहसान, कबाब, ख्वाब, खिजाब, जवाब, गुलाब, नवाब, तेजाब, सैलाब, सवाब, हिसाब, कमरबन्द, मेहरबान, बाग़बान, बाग़ान, कलमदान, पीकदान, रोशनदान, कारवाँ, पच्चीकार, फनकार, काश्तकार, पेशकार, पाकिस्तान, हिन्दुस्तान जैसे शब्द देखे जा सकते हैं। इनके कई अपवाद भी हैं, जैसे तकरार, सरकार, दरकार, दूकान, किताब, शराब, ताब, मिहराब (मेहराब), आनबान आदि। ये सब स्त्रीलिंग है।आकार से समाप्त होने वाले शब्द प्रायः पुलिंग हैं, जैसे परदा, गुस्सा, किस्सा, तमगा, चश्मा, आईना, नुस्खा, मज़ा, पेशा, रोजा, दगा आदि। इन्तिहा, खता, तमन्ना, दवा, बला, रजा, वफा, हया, हवा, दुनिया, सजा जैसे शब्द स्त्रीलिंग हैं।ईकार से समाप्त होने वाले भाव या दशा बताने शब्द स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे ग़रीबी, सरदी, गर्मी, बीमारी, चालाकी, तैयारी, नवाबी, अमीरी, फकीरी, माली आदि।अत, आत या ह से समाप्त होने वाले शब्द स्त्रीलिंग हैं, जैसे इज्जत, कयामत, कुदरत, तबीयत, दहशत, दावत, नफरत, रहमत, तोहमत, हुकूमत, मुहब्बत, मुखालिफत, हालत, अदावत, अदालत, कसरत, कीमत, दौलत, अस्मत, हसरत, मुलाकात, हवालात, शुरूआत, तहकीकात, सुबह, राह, तरह, आह, सुलह, सलाह आदि। गुनाह, माह आदि पुलिंग हैं। शरबत, वक़्त, बन्दोबस्त, दस्तखत, तख्त, दरख्त आदि पुलिंग हैं।कागजात, सवालात जैसे शब्द पुलिंग हैं और कागज, सवाल आदि के बहुवचन हैं। दिलचस्प बात यह है कि हालत स्त्रीलिंग है, लेकिन इसका बहुवचन हालात पुलिंग है।श से समाप्त होने वाले जोश, होश, ताश आदि पुलिंग हैं, लेकिन तराश, लाश, तलाश जैसे शब्द स्त्रीलिंग हैं।म से खत्म होने वाले खानम, बेगम जैसे शब्द स्त्रीलिंगहैं।जख्म, तमाशा, तार, दिमाग़, तोता, परवाना, बाज, बुत, रुख, सितम, हाल, आब ओ दाना जैसे शब्द पुलिंग हैं और आबरू, आब ओ हवा, औकात, खता, चिलम, जिन्दगी, तौबा, दास्तान, बू, रफ्तार, रस्म, दीवार, तकदीर, तकरीर, तहसील, ताकीद, जागीर, तामील, तस्वीर जैसे शब्द स्त्रीलिंग हैं।दो शब्दों से मिलकर बने नये शब्द (पद) का लिंग अन्तिम शब्द के अनुसार होता है, जैसे आबोहवा में हवा अन्तिम शब्द है, इसलिए आबोहवा स्त्रीलिंग है। शिकारगाह स्त्रीलिंग है, क्योंकि गाह स्त्रीलिंग है। दवा स्त्रीलिंग है और ख़ाना पुलिंग; इसलिए दवाख़ाना पुलिंग होगा।

1 टिप्पणी: