शुक्रवार, 20 मार्च 2015

गौतम बुद्ध की शिक्षा

सभी गलत कार्य मन से ही उपजाते हैं | अगर मन परिवर्तित हो जाय तो क्या गलत कार्य रह सकता है |
गौतम बुद्ध

एक निष्ठाहीन और बुरे दोस्त से जानवरों की अपेक्षा ज्यादा भयभीत होना चाहिए ; क्यूंकि एक जंगली जानवर सिर्फ आपके शरीर को घाव दे सकता है, लेकिन एक बुरा दोस्त आपके दिमाग में घाव कर जाएगा.
-गौतम बुद्ध

एक हजार खोखले शब्दों से एक शब्द बेहतर है जो शांति लता है |
-गौतम बुद्ध

अराजकता सभी जटिल बातों में निहित है| परिश्रम के साथ प्रयास करते रहो |
-गौतम बुद्ध

अतीत पर ध्यान केन्द्रित मत करो, भविष्य का सपना भी मत देखो, वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करो |
-गौतम बुद्ध

आप को जो भी मिला है उसका अधिक मूल्याङ्कन न करें और न ही दूसरों से ईर्ष्या करें. वे लोग जो दूसरों से ईर्ष्या करते हैं, उन्हें मन को शांति कभी प्राप्त नहीं होती |
-गौतम बुद्ध

��चतुराई से जीने वाले लोगों को मौत से भी डरने की जरुरत नहीं है |
-����गौतम बुद्ध����

��घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है |
-����गौतम बुद्ध����

��वह व्यक्ति जो 50 लोगों को प्यार करता है, 50 दुखों से घिरा होता है, जो किसी से भी प्यार नहीं करता है उसे कोई संकट नहीं है |
����गौतम बुद्ध ����

��स्वास्थ्य सबसे महान उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन तथा विश्वसनीयता सबसे अच्छा संबंध है|
����गौतम बुद्ध ����

��क्रोधित रहना, किसी और पर फेंकने के इरादे से एक गर्म कोयला अपने हाथ में रखने की तरह है, जो तुम्ही को जलती है |
����गौतम बुद्ध����

��आप चाहे कितने भी पवित्र शब्दों को पढ़ या बोल लें, लेकिन जब तक उनपर अमल नहीं करते उसका कोई फायदा नहीं है |
����गौतम बुद्ध ����

��मनुष्य का दिमाग ही सब कुछ है, जो वह सोचता है वही वह बनता है |
����गौतम बुद्ध ����

��जीभ एक तेज चाकू की तरह बिना खून निकाले ही मार देता है |
����गौतम बुद्ध ����

��सत्य के रस्ते पर कोई दो ही गलतियाँ कर सकता है, य��

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